कसूर
मेरा क्या कसूर है, कान्हा
जो सारे गिला मुझसे ही है
मैंने क्या गुनाह करा
जो हर सज़ा मेरी ही है
क्या मैं इतनी बुरी हूँ
जो सब मुझे ही छोड़ कर...
जो सारे गिला मुझसे ही है
मैंने क्या गुनाह करा
जो हर सज़ा मेरी ही है
क्या मैं इतनी बुरी हूँ
जो सब मुझे ही छोड़ कर...