दोस्ती और इश्क़ की दास्तां...
दोस्ती और इश्क़ में उलझी,
ये कैसी हमारे कहानी थी...?
दस्तक तेरी मेरे दिल पे,
इस बात से मैं अनजानी थी...
कुर्बान था तू मुझपे,
बस यही मेरी परेशानी थी...
तेरे दिल के जज़्बात बस मैं ही समझूँ,
यार, ये तो सच में तेरी...
ये कैसी हमारे कहानी थी...?
दस्तक तेरी मेरे दिल पे,
इस बात से मैं अनजानी थी...
कुर्बान था तू मुझपे,
बस यही मेरी परेशानी थी...
तेरे दिल के जज़्बात बस मैं ही समझूँ,
यार, ये तो सच में तेरी...