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"आई मिस यू पापा"
ASHOK HARENDRA
© into.the.imagination
§§
(हैप्पी फादर्स डे)
16/06/2024
"एक आदमी है जो कभी, शिक़वा नहीं करता,
मिले ग़र कम भी उसे, तो शिक़ायत नहीं करता,
मांग ले औलाद कभी, ज़रूरत से भी ज़्यादा,
मुस्करा तो देता है, पर मना नहीं करता,
घर को चलाने और संभालने की कोशिशों में,
ज़रूरत के मुताबिक़ भी, वह फैशन नहीं करता,
बच्चों को दिलाता है वो कार तक भी दोस्तों,
ख़ुद के लिए स्कूटर तक, वह अफोर्ड नहीं करता,
कमाते-कमाते कब गुज़र गई ज़िंदगी उसकी,
इस बात की भी तो वह, परवाह नहीं करता,
दिखा देते हैं एहसान लोग, कमाकर कुछ रूपये,
खड़ा करके वो महल बच्चों का, गुमाँ नहीं करता,
मालूम नहीं मुझे, क्या कहें उस आदमी को दोस्तों,
मैं तो बचपन से ही उसे, सिर्फ़ पापा कहा करता,
"आई मिस यू पापा"
.•°•°•.
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#treasure_of_literature
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