कैसे कह दू तुम ज़रूरत नहीं हो मेरी🌍💘
तेरी जो आदात होने लगी है ,
मुझे तेरी ज़रूरत होने लगीं है ।
दिल ने भी यही फ़रियाद की है ,
तेरे करीब मै आऊं ये दुआ कुबूल हुई है ।
मै जो चल रही थी अनजान रास्ते पर अकेले ,
तुझसे मिलकर ही मिली मै खिदी से ।
तुझसे मिलकर जाना मैंने ,
मै भी हूं ज़िन्दगी का हिस्सा किसी की ।
पनाह जो दी तुमने मुझे अपने दिल में ,
मुकम्मल हो गया मेरा ये पूरा जहां तुझी में ।
जरूरत नहीं अब मुझे किसी की ,
सांसे भी जाए तब भी मै रहूंगी तुझी...
मुझे तेरी ज़रूरत होने लगीं है ।
दिल ने भी यही फ़रियाद की है ,
तेरे करीब मै आऊं ये दुआ कुबूल हुई है ।
मै जो चल रही थी अनजान रास्ते पर अकेले ,
तुझसे मिलकर ही मिली मै खिदी से ।
तुझसे मिलकर जाना मैंने ,
मै भी हूं ज़िन्दगी का हिस्सा किसी की ।
पनाह जो दी तुमने मुझे अपने दिल में ,
मुकम्मल हो गया मेरा ये पूरा जहां तुझी में ।
जरूरत नहीं अब मुझे किसी की ,
सांसे भी जाए तब भी मै रहूंगी तुझी...