अनदेखा प्यार
#LoveForms
न देखा उसे न छुआ है कभी ,
पर उसके शब्दों का ताना-बाना कोई,
उसकी न आहट न पहचान कोई ,
पर हवाओं संग उसका आना-जाना कोई,
ना खुशबू ना कोई बगीचा कभी ,
फिर भी मुझको मचला दे दीवाना कोई ,
ना वो ओस ना कोई आवारा बादल ,
भीगा दे मेरे मन जैसे कोई सयाना कोई ,
इस धुंध से हंसी ठिठोली थी कभी मेरी,
दिल में उतर क्यों कर गया बेगाना कोई ,
© Meeru
#writco #writcoapp #WritcoQuote #WritcoPoemChallenge #meerakumarmeeru
न देखा उसे न छुआ है कभी ,
पर उसके शब्दों का ताना-बाना कोई,
उसकी न आहट न पहचान कोई ,
पर हवाओं संग उसका आना-जाना कोई,
ना खुशबू ना कोई बगीचा कभी ,
फिर भी मुझको मचला दे दीवाना कोई ,
ना वो ओस ना कोई आवारा बादल ,
भीगा दे मेरे मन जैसे कोई सयाना कोई ,
इस धुंध से हंसी ठिठोली थी कभी मेरी,
दिल में उतर क्यों कर गया बेगाना कोई ,
© Meeru
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