...

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ये और बात है
शहर मुझे पहचानता है तेरे नाम से
तुम जानती नहीं हो, ये और बात है

तुम्हें रोज़,इशारों से पास बुलाता हूं
तुम मानती नहीं हो, ये और बात है

तेरे ख्वाबों में रोज़,आना जाना मेरा
तुम बताती नहीं हो, ये और बात है

दिल मिलने को तेरा, करता बहुत है
मिलने आती नहीं हो,ये और बात है

छुप छुप मोहब्बत करती हो मुझसे
बस जताती नहीं हो, ये और बात है

तेरा बनना संवरना , सब मेरे खातिर
परदा उठाती नहीं हो, ये और बात है

🤡❣️🤡

© Dr. Joker

#sundaypoem #feelings