प्रेम क्या है..?
जमाना कहता है इश्क सच्चा क्या होता है,
मैने कहा इश्क अधूरा और प्रेम परिपूर्ण होता है,
इश्क में आशिकाना रो रो कर तड़पता है,
प्रेम हो राधा सा तो इंतजार में गुजरता है,
श्री वृंदावन शास्त्री जी कहते है की,
तुम नासमझों ने प्रेम शब्द को बदनाम कर रखा है,
अरे..तुमने तो हर एक चेहरे से इश्क लड़ा रखा है,
प्रेम में तो चाहतें दो तरफा होती हैं,
प्रेम वो है जिसमें स्त्री की इज्जत होती हैं,
प्रेम में झुकना उनकी सादगी होती हैं,
रंग साँवला ही सही चाहत भरपूर होती हैं,
प्रेम वो है जिसमें पाने की जिद्द तो होती हैं,
मगर...उसे हर पल नजरें देखना चाहती हैं,
प्रेम स्वार्थ से परे निस्वार्थः का अनूठा सागर है,
प्रेम में रह नही पाते एक दूजे के बगैर,
और बात आये अगर उसके लौट आने की,
तो प्रेम में पड़ा आशिक पूरी जिंदगी गुजार देता है,
मैं तो नासमझ हूँ प्रेम से...मगर..,
एक पागल प्रेमी की चाहत ने मुझे ये अहसास दिलाया है...
खुद की खुशी से पहले उसने मुझको मांगा है,
ना जाने क्या दिखा मेरी साँवली सी सूरत में,
हाय...वो मेरी आँखों में डूबने को कहता है,
प्रेम में पड़ा वो पागल सा मुझे खोने से डरता है,
क्या व्याख्या करूँ उस अंनंत अथाह राधा प्रेम की,
प्रेम वो है जिसमें वक्त की नही शख्स की कद्र होती हैं,
वो शख्स जो मेरे हर बुरे समय में मेरे साथ खड़ा रहता है,
प्रेम में पड़ा वो लड़का खुद को भूल सा गया है,
उसे याद है...बस मेरा चेहरा जिसे वो चाह कर भी ओझल नही करना चाहता,
मैं शब्द रहित हूँ उस व्यक्ति के लिए,
जो कहता है...तुम बस मेरी अनकही बातें समझती हो... काफी है मेरे लिए..,
जिंदगी जीने को यारा और चाहिए भी क्या मुझे...!!
मैने इतनी अथक कहानी लिखी, बस इश्क खातिर लिखी,
कोई इस सा प्रेमी मुझे मिला नही, जिसने परिभाषा प्रेम की बतलाई...!!
#तुम _प्रेम हो, तुम प्रीत हो, मनमीत हो राधे"❤
#हर _बात समझाना सदा मुमकिन नहीं 'राधे'😊...समय समझायेगा!
"प्रेम एक पवित्र विचार है, जो छल कपट से परे है" 🌼
#loveofsoul #हृदयस्पर्शी
#tum s_hi 🥰 #deep's
#तुम्हारा _चेहरा काफी है दिन बनाने को मुझे नजारों की जरूरत नही ✨ #aakhiri_talash ⏳
#who....?
#writcopoems
© Deepika Agrawal_creative
मैने कहा इश्क अधूरा और प्रेम परिपूर्ण होता है,
इश्क में आशिकाना रो रो कर तड़पता है,
प्रेम हो राधा सा तो इंतजार में गुजरता है,
श्री वृंदावन शास्त्री जी कहते है की,
तुम नासमझों ने प्रेम शब्द को बदनाम कर रखा है,
अरे..तुमने तो हर एक चेहरे से इश्क लड़ा रखा है,
प्रेम में तो चाहतें दो तरफा होती हैं,
प्रेम वो है जिसमें स्त्री की इज्जत होती हैं,
प्रेम में झुकना उनकी सादगी होती हैं,
रंग साँवला ही सही चाहत भरपूर होती हैं,
प्रेम वो है जिसमें पाने की जिद्द तो होती हैं,
मगर...उसे हर पल नजरें देखना चाहती हैं,
प्रेम स्वार्थ से परे निस्वार्थः का अनूठा सागर है,
प्रेम में रह नही पाते एक दूजे के बगैर,
और बात आये अगर उसके लौट आने की,
तो प्रेम में पड़ा आशिक पूरी जिंदगी गुजार देता है,
मैं तो नासमझ हूँ प्रेम से...मगर..,
एक पागल प्रेमी की चाहत ने मुझे ये अहसास दिलाया है...
खुद की खुशी से पहले उसने मुझको मांगा है,
ना जाने क्या दिखा मेरी साँवली सी सूरत में,
हाय...वो मेरी आँखों में डूबने को कहता है,
प्रेम में पड़ा वो पागल सा मुझे खोने से डरता है,
क्या व्याख्या करूँ उस अंनंत अथाह राधा प्रेम की,
प्रेम वो है जिसमें वक्त की नही शख्स की कद्र होती हैं,
वो शख्स जो मेरे हर बुरे समय में मेरे साथ खड़ा रहता है,
प्रेम में पड़ा वो लड़का खुद को भूल सा गया है,
उसे याद है...बस मेरा चेहरा जिसे वो चाह कर भी ओझल नही करना चाहता,
मैं शब्द रहित हूँ उस व्यक्ति के लिए,
जो कहता है...तुम बस मेरी अनकही बातें समझती हो... काफी है मेरे लिए..,
जिंदगी जीने को यारा और चाहिए भी क्या मुझे...!!
मैने इतनी अथक कहानी लिखी, बस इश्क खातिर लिखी,
कोई इस सा प्रेमी मुझे मिला नही, जिसने परिभाषा प्रेम की बतलाई...!!
#तुम _प्रेम हो, तुम प्रीत हो, मनमीत हो राधे"❤
#हर _बात समझाना सदा मुमकिन नहीं 'राधे'😊...समय समझायेगा!
"प्रेम एक पवित्र विचार है, जो छल कपट से परे है" 🌼
#loveofsoul #हृदयस्पर्शी
#tum s_hi 🥰 #deep's
#तुम्हारा _चेहरा काफी है दिन बनाने को मुझे नजारों की जरूरत नही ✨ #aakhiri_talash ⏳
#who....?
#writcopoems
© Deepika Agrawal_creative