मौसम है आशिक़ाना
मौसम है आशिक़ाना, ऐ दिल कही से उनको
ऐसे मे ढूँढ लाना, ऐसे मे ढूँढ लाना
मौसम है आशिक़ाना, ऐ दिल कही से उनको
ऐसे मे ढूँढ लाना, ऐसे मे ढूँढ लाना
मौसम है आशिक़ाना
कहना के रुत जवा है और हम तरस रहे है
काली घटा के साए, बिरहन को डस रहे है
डर है ना मार डाले, सावन का क्या ठिकाना
सावन का क्या ठिकाना
मौसम है आशिक़ाना
सूरज कही भी जाए, तुम पर ना धूप आए
तुम पर ना धूप आए...
ऐसे मे ढूँढ लाना, ऐसे मे ढूँढ लाना
मौसम है आशिक़ाना, ऐ दिल कही से उनको
ऐसे मे ढूँढ लाना, ऐसे मे ढूँढ लाना
मौसम है आशिक़ाना
कहना के रुत जवा है और हम तरस रहे है
काली घटा के साए, बिरहन को डस रहे है
डर है ना मार डाले, सावन का क्या ठिकाना
सावन का क्या ठिकाना
मौसम है आशिक़ाना
सूरज कही भी जाए, तुम पर ना धूप आए
तुम पर ना धूप आए...