हमारी गलतियां
मौसम का मिजाज़ क्या बदला,भवरों ने फूलों पर मंडराना छोड़ दिया,
इंसान की भूख ने तलाब क्या सुखाये,रुख दरिया ने अपना मोड़ लिया,
वक्त की कमी ने नहीं,दिलों में पड़ी दूरियों ने हर रिश्ता तोड़...
इंसान की भूख ने तलाब क्या सुखाये,रुख दरिया ने अपना मोड़ लिया,
वक्त की कमी ने नहीं,दिलों में पड़ी दूरियों ने हर रिश्ता तोड़...