हाँ! मुझे खबर है......
मेरी हर एक अदा से वाक़िफ़ हो तुम,
तुम वाक़िफ़ हो मेरे रजा से..
हाँ मुझे खबर है...तुम भी करते हो मोहब्बत मुझे,
शायद डरते हो ज़माने की सजा से..!
तुम पढ लेते हो कोरे काग़ज़ को जब..
फिर क्या चाहते हो मेरी इन लबों से...
हाँ मुझे खबर है... तुम सुन चुके हो मेरी इन लबों को धीमी धीमी आवाज़ को , जो लेता है एक ही नाम , दिल से और बड़े ही जतन से..!
यूँ हर जगह तुम्हे तलाश ना, और ना मिलने पर मेरा...
तुम वाक़िफ़ हो मेरे रजा से..
हाँ मुझे खबर है...तुम भी करते हो मोहब्बत मुझे,
शायद डरते हो ज़माने की सजा से..!
तुम पढ लेते हो कोरे काग़ज़ को जब..
फिर क्या चाहते हो मेरी इन लबों से...
हाँ मुझे खबर है... तुम सुन चुके हो मेरी इन लबों को धीमी धीमी आवाज़ को , जो लेता है एक ही नाम , दिल से और बड़े ही जतन से..!
यूँ हर जगह तुम्हे तलाश ना, और ना मिलने पर मेरा...