zarurat
तो मुझे अब किसिकी जरूरत है
ठक चुकी हूं खुद को संभलते हुए
अब मुझे बस इतनी ही हसरत है
हा ,मुझे किसिकी जरूरत है .
ऐसा नहीं है कि उसके बिना जी नहीं सकती ,
पर अब और इंतजार उसका...
ठक चुकी हूं खुद को संभलते हुए
अब मुझे बस इतनी ही हसरत है
हा ,मुझे किसिकी जरूरत है .
ऐसा नहीं है कि उसके बिना जी नहीं सकती ,
पर अब और इंतजार उसका...