"खाली जूते: एक सफर की दास्तान"..
#खालीजूते
खाली जूते
चौखट के कोने में पड़े,
धूल की चादर ओढ़े खड़े।
वो खाली जूते चुपचाप,
जैसे सुनाते हों अपनी बात।
कभी सफर के साथी थे,
कदमों के हिस्से की थकान सहते थे।
राहों की कहानियां सुनाते,
हर मोड़ का हिसाब बताते।
अब खामोश हैं,...
खाली जूते
चौखट के कोने में पड़े,
धूल की चादर ओढ़े खड़े।
वो खाली जूते चुपचाप,
जैसे सुनाते हों अपनी बात।
कभी सफर के साथी थे,
कदमों के हिस्से की थकान सहते थे।
राहों की कहानियां सुनाते,
हर मोड़ का हिसाब बताते।
अब खामोश हैं,...