समय यात्रा
#समय_यात्रा
समय यात्रा चंचला अविरल,
क्या छिपा भविष्य के धरातल;
यही गूढ़ भेद चल और अचल,
भाव परिवर्तित करे ह्रदय तल।
अक्सर पथ पग जाता संभल,
कभी - कभी पग जाता मचल;
अवसर पात पग जात फिसल,
लाख संभाल पर करे...
समय यात्रा चंचला अविरल,
क्या छिपा भविष्य के धरातल;
यही गूढ़ भेद चल और अचल,
भाव परिवर्तित करे ह्रदय तल।
अक्सर पथ पग जाता संभल,
कभी - कभी पग जाता मचल;
अवसर पात पग जात फिसल,
लाख संभाल पर करे...