इश्क़ का सफ़र..
इश्क़ भी अकेला नहीं
इस जहान में
दर्द और हिज्र हैं
पासबां इसके…
जब इश्क़ के सफ़र में
कुछ क़दम मैंने कुछ क़दम तुमने
साथ मिलकर बढ़ाए थे
हाथों में हाथ डालकर कुछ दूर
जो साथ...
इस जहान में
दर्द और हिज्र हैं
पासबां इसके…
जब इश्क़ के सफ़र में
कुछ क़दम मैंने कुछ क़दम तुमने
साथ मिलकर बढ़ाए थे
हाथों में हाथ डालकर कुछ दूर
जो साथ...