...

5 views

मुस्कुराहट के आँसू
कोई ख़्वाब दे दे आँखों में इतनी सी बस फरियाद है,
मन ज़रा लगा रहे ज़िन्दगी की क्या मियाद है।

बे-हयात गुज़ारी है फ़क़त इंतेहा की घड़ी हमने,
शिक़ायत सी है आंसूओं में कैसी ये बुनियाद है।

मुस्कुरा के अक़्सर कह देता हूँ आसूदगी भरे लहजे में,
आसमां भी होता है चाँद बिना फिर भी वो शाद है!

© Amit✍️...




बे-हयात : बिना ज़िन्दगी के
फ़क़त : अकेले ही
आसूदगी : संतुष्ट होना
शाद : खुश




#brokenheart #onesidedlove
#sad #love #tears
#writco #yourquote