खुली खिड़कियां
#खुलीखिड़कियां
बिना पर्दे की खिड़कियां
बता रहीं हैं कि ये दूरियां,
ये आवरण, ये वातावरण,
ये छुपने-छुपाने की प्रथा
इन रिश्ते रूपी खिड़कियों के
खुलने-बंद होने की कथा,
सब हैं झूठे, सब हैं अतिरेक।
भीतर और बाहर सब हैं एक,
बस तू अपना इरादा रख नेक।
फिर तो,
जो तुम्हारे अंतर्मन में
होगा घटित,
वही...
बिना पर्दे की खिड़कियां
बता रहीं हैं कि ये दूरियां,
ये आवरण, ये वातावरण,
ये छुपने-छुपाने की प्रथा
इन रिश्ते रूपी खिड़कियों के
खुलने-बंद होने की कथा,
सब हैं झूठे, सब हैं अतिरेक।
भीतर और बाहर सब हैं एक,
बस तू अपना इरादा रख नेक।
फिर तो,
जो तुम्हारे अंतर्मन में
होगा घटित,
वही...