मेरे कान्हा
मेरे कान्हा
♥️♥️
तुम स्वामी ब्रह्मांड के , मेरा छोटा धाम ।
कहाँ बिठाऊँ आपको , मेरे प्यारे कान्हा॥
♥️♥️♥️♥️
प्रभु चरणों में हो गयी, मीरा ऐसे लीन ।
जैसे जल में हो मगन, कोई चंचल मीन॥
♥️♥️♥️♥️
पैर पखारूँ आपके, करूँ न इक पल देर।
जीमो मेरे कानहा जी , मौह हैं तेरी मुस्कान॥
❤️♥️❤️❤️
© parth
♥️♥️
तुम स्वामी ब्रह्मांड के , मेरा छोटा धाम ।
कहाँ बिठाऊँ आपको , मेरे प्यारे कान्हा॥
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प्रभु चरणों में हो गयी, मीरा ऐसे लीन ।
जैसे जल में हो मगन, कोई चंचल मीन॥
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पैर पखारूँ आपके, करूँ न इक पल देर।
जीमो मेरे कानहा जी , मौह हैं तेरी मुस्कान॥
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© parth