मेरी प्यारी.......
शायद मिल जाए कहीं दिल के संदूक में
मान लिया हमने खता हमारी भी थी
राहें हमने भी बदली तुम्हरे साथ कभी
सोचा, सीख लेंगे जीना बगैर तेरे साये के
खोज ही लेगे यादें नई बिना तेरे चहरे की
मगर ना जी...
मान लिया हमने खता हमारी भी थी
राहें हमने भी बदली तुम्हरे साथ कभी
सोचा, सीख लेंगे जीना बगैर तेरे साये के
खोज ही लेगे यादें नई बिना तेरे चहरे की
मगर ना जी...