इंतजार
पता तो चले
इन्तजार क्या है
थक जाओ राहों में
आँखे बिछाये
तब समज आता है
कि दर्द क्या है
बात शिकायत की मत करना
वो तो सुन नही पाओगे
तुम्हें अंदाजा नहीं
ये थकावट क्या है
एकबार की ही काफी
बारबार नहीं होती
अब जानोगे ये महोब्बत क्या है..
सौम्यसृष्टि
© Somyashrusti
इन्तजार क्या है
थक जाओ राहों में
आँखे बिछाये
तब समज आता है
कि दर्द क्या है
बात शिकायत की मत करना
वो तो सुन नही पाओगे
तुम्हें अंदाजा नहीं
ये थकावट क्या है
एकबार की ही काफी
बारबार नहीं होती
अब जानोगे ये महोब्बत क्या है..
सौम्यसृष्टि
© Somyashrusti