छोड़कर जा रहे हैं...
हम हैं कि उनके लिए मरे जा रहे हैं
और वो हैं कि हम से ही दूर जा रहे हैं
अरे कोई तो हकीकत बता दे मुझे
कब से हम ख्वाबों में जिए जा रहे हैं
गमों को अपने दिल में छुपा कर
आंसुओ के घूंट सारे पिए जा रहे हैं
उनकी हरकत पे कोई इक घूंट पानी न दे
और हम प्यार का सागर लूटा रहे हैं
तड़पा रहें हैं, वो हरपल रुला रहे हैं...
और वो हैं कि हम से ही दूर जा रहे हैं
अरे कोई तो हकीकत बता दे मुझे
कब से हम ख्वाबों में जिए जा रहे हैं
गमों को अपने दिल में छुपा कर
आंसुओ के घूंट सारे पिए जा रहे हैं
उनकी हरकत पे कोई इक घूंट पानी न दे
और हम प्यार का सागर लूटा रहे हैं
तड़पा रहें हैं, वो हरपल रुला रहे हैं...