तेरी झुकी नज़र
तेरी झुकी नज़र मुझसे हाँ फरमाती है
तेरी हर अदा मुझे तुझपे फिदा करवाती है
तेरी खामोशी मुझसे आह निकलवाती है
हर बार कोई नयी दासता सुनाती है l
© meetali
तेरी हर अदा मुझे तुझपे फिदा करवाती है
तेरी खामोशी मुझसे आह निकलवाती है
हर बार कोई नयी दासता सुनाती है l
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