...

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आज फिर दिल में चुपके से तू आया है
आज फिर दिल में चुपके से तू आया है
मैं सो रहा थी आराम से
तूने फिर हाथ पकड़ कर उठाया है
आज फिर दिल में चुपके से तू आया है।।
जीना सीख रही थी मैं धीरे-धीरे
तूने फिर से पुराना मंज़र याद दिलाया है
आज फिर दिल में चुपके से तू आया है।।
एक अरसे से थी शांत
आज फिर तेरी यादों ने दिल में कहर मचाया है।
आज फिर दिल में चुपके से तू आया है।।
अकेली खुश रहने लगी थी मैं
तूने फ़िर से आकर मुझे रुलाया है
आज फिर दिल में चुपके से तू आया है।।
ज़िंदगी में आगे बढने जा रही थी मैं
तूने फिर पीछे मुझे खिसकाया है
आज फिर दिल में चुपके से तू आया है।।
आज फिर दिल में चुपके से तू आया है।।

Writer - Pia Dahiya

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