आज फिर दिल में चुपके से तू आया है
आज फिर दिल में चुपके से तू आया है
मैं सो रहा थी आराम से
तूने फिर हाथ पकड़ कर उठाया है
आज फिर दिल में चुपके से तू आया है।।
जीना सीख रही थी मैं धीरे-धीरे
तूने फिर से पुराना मंज़र याद दिलाया है
आज फिर दिल में चुपके से तू आया है।।
एक अरसे...
मैं सो रहा थी आराम से
तूने फिर हाथ पकड़ कर उठाया है
आज फिर दिल में चुपके से तू आया है।।
जीना सीख रही थी मैं धीरे-धीरे
तूने फिर से पुराना मंज़र याद दिलाया है
आज फिर दिल में चुपके से तू आया है।।
एक अरसे...