...

12 views

इज्ज़त। (part-1)
एक दुनिया वालो की सच्चाई है
दफ़न इज्ज़त में और काले सच की खाई है।
इज्ज़त को शान, गुमान मानते कुछ लोग है
उनसे ज़रा पूछिए जनाव
क्या वो इज्ज़तदार लोग है!
सच्चाई की पोथियां है मेरे पास
इज्ज़तदारो कि कमाई की झोलिया है मेरे पास,
खोल दू तो रंगीन हो जाएगी राते, ऐसी कहानियां है मेरे पास।
में अकेला हूं। बेइज्जत हूं,
वक्त मिले तो मिलना बताऊंगा क्यों बेइज्जत और किस्सा हूं में!

© reality mirror