तलवार रखेंगे...🌹🌹✍️✍️(गजल)
हम बेवफाओं से प्यार रखेंगे
जा -जा अब दिलदार रखेंगे
देखो मुझको सिर आंखों पर
अब आकर मेरे यार रखेंगे
मुझको चाहने वाले 'सत्या'
गर्दन पर तलवार रखेंगे
नहीं जुड़ेंगे लोगों से हम
बीच में एक दीवार रखेंगे
जिन लोगों को नापसन्द हम
उनको दिल से बाहर रखेंगे
क्या फायदा है भीड़ भाड़ से
सच्चे मित्र दो चार रखेंगे
संग फूल मुझे ही लाने होंगे
बस लोग राह में खार रखेंगे
हम खुश हो करके खा लेंगे
जो प्रेम से रोटी दार रखेंगे
© Shaayar Satya
जा -जा अब दिलदार रखेंगे
देखो मुझको सिर आंखों पर
अब आकर मेरे यार रखेंगे
मुझको चाहने वाले 'सत्या'
गर्दन पर तलवार रखेंगे
नहीं जुड़ेंगे लोगों से हम
बीच में एक दीवार रखेंगे
जिन लोगों को नापसन्द हम
उनको दिल से बाहर रखेंगे
क्या फायदा है भीड़ भाड़ से
सच्चे मित्र दो चार रखेंगे
संग फूल मुझे ही लाने होंगे
बस लोग राह में खार रखेंगे
हम खुश हो करके खा लेंगे
जो प्रेम से रोटी दार रखेंगे
© Shaayar Satya