चांद से बातें
मैं अक्सर,
चांद से बातें करती थी।
तब।
दूर तुझसे ,
रहती थी जब।
तेरे बगैर ,
जब मैं होती थी तन्हां।
चांद को ,
अपलक देखती थी हर लम्हां।
पर अब ,
मैं तेरी याद...
चांद से बातें करती थी।
तब।
दूर तुझसे ,
रहती थी जब।
तेरे बगैर ,
जब मैं होती थी तन्हां।
चांद को ,
अपलक देखती थी हर लम्हां।
पर अब ,
मैं तेरी याद...