मुश्किलों का दौर है
मुश्किलों का दौर है,
फिर भी मुस्कुराइए।
दिल में दर्द, आँखों में अश्क है,
पर अपनों की खातिर कुछ गीत गुनगुनाइए।
माना की हम सब व्यस्त रहते हैं,
पर फीर भी समय निकाल कर,
एक दुसरे का मन बहलाइए।
कभी फोन की घंटी बजाइए,
कभी कुछ जोक सुनाइए,
दोस्त रिश्तेदार अगर बीमार है,
तो उनका हौसला बढाइए।
मुश्किलों का दौर है, फिर भी मुस्कुराइए।
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फिर भी मुस्कुराइए।
दिल में दर्द, आँखों में अश्क है,
पर अपनों की खातिर कुछ गीत गुनगुनाइए।
माना की हम सब व्यस्त रहते हैं,
पर फीर भी समय निकाल कर,
एक दुसरे का मन बहलाइए।
कभी फोन की घंटी बजाइए,
कभी कुछ जोक सुनाइए,
दोस्त रिश्तेदार अगर बीमार है,
तो उनका हौसला बढाइए।
मुश्किलों का दौर है, फिर भी मुस्कुराइए।
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