ज़रूरत
खिल उठा हूं मैं,
पाकर कुछ ऐसा।
जिसको विलक्षण कह देना,
किसी भी प्रकार गलत ना होगा।।
विद्वत्ता, सरलता व समझ है जिसके मूल में,
इसमें सीखने की बात ही बिल्कुल अलग है।
इस स्थिति से साक्षात्कार में,
रुचि है सबसे ही ज़रूरी।।
पाकर कुछ ऐसा।
जिसको विलक्षण कह देना,
किसी भी प्रकार गलत ना होगा।।
विद्वत्ता, सरलता व समझ है जिसके मूल में,
इसमें सीखने की बात ही बिल्कुल अलग है।
इस स्थिति से साक्षात्कार में,
रुचि है सबसे ही ज़रूरी।।
Related Stories