...

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तलाश
#अलविदा
जिन्दगी की चाहत इतनी बढ़ गई,
जहाँ मगन रहते थे, घुटन होने लगी ।
अलविदा कह चले उन गलियों को,
जहाँ खेला करते थे लुकाछिपी कभी ।
उम्मीद नहीं नजर आती है यहाँ,
निकल पड़े जिन्दगी की तलाश में,
किस्मत ले जाए जहाँ ।
आसान कहाँ होता है भूल जाना,
फिर भी अलविदा कह कर,
ढूंढना ही पडता है नया ठिकाना ।
© Nand Gopal Agnihotri