फर्क पड़ता है....
फ़र्क़ पड़ता है...
किसी के होने से किसी को खोने से
फ़र्क़ पड़ता है...
तन्हा अकेले रोने से करवट बदल बदलकर सोने से
फ़र्क़ पड़ता है...
खाली बैंक खाते से झूठे रिश्ते नाते से...
किसी के होने से किसी को खोने से
फ़र्क़ पड़ता है...
तन्हा अकेले रोने से करवट बदल बदलकर सोने से
फ़र्क़ पड़ता है...
खाली बैंक खाते से झूठे रिश्ते नाते से...