आधी सड़क बेघर यार का...
#सड़क
आधी सड़क सरकार का,
आधी सड़क निर्माणकार का;
आधी सड़क अनजानो का,
आधी सड़क पेड़ की छाव का,
आधी सड़क बेघर यार का,
नहीं खबर उसे कौन छोड़ गया,
उसे इस खंडहर में;
नहीं जाने की आया वो कहां से,
बस जब आंख खुली,
तो पाया उसने अपने आप को सड़क में,
रात का वक्त था,
ठंड बढ़ रही थी,
यार मेरा टिटूरने लगा था,
पर सड़क...
आधी सड़क सरकार का,
आधी सड़क निर्माणकार का;
आधी सड़क अनजानो का,
आधी सड़क पेड़ की छाव का,
आधी सड़क बेघर यार का,
नहीं खबर उसे कौन छोड़ गया,
उसे इस खंडहर में;
नहीं जाने की आया वो कहां से,
बस जब आंख खुली,
तो पाया उसने अपने आप को सड़क में,
रात का वक्त था,
ठंड बढ़ रही थी,
यार मेरा टिटूरने लगा था,
पर सड़क...