कही दूर
कभी कभी कही दूर चले जाने का मन करता है, जहां कोई ना जानता हो ना पहचानता हो, जहाँ किसी की आँखों में कोई सवाल ना हो, जहाँ खुद को साबित करने की दौड़ ना हो, जहाँ हर रोज़ खुद से सवाल ना करने पड़े, जहाँ जवाबो को ना तलाशना पड़े, कभी कभी ऐसी जगह जाने का दिल करता है जहाँ सिर्फ सकून हो, एक ऐसी जगह जहाँ ख़ामोशी हो, जहाँ हवा को महसूस किया जा सके, ऐसी जगह जहाँ पानी की लेहरो की आवाज़ को सुना जा सके,
कोई ऐसी जगह जहाँ चेहरे पर बनावटी नहीं असली मुस्कुरहाट आये, ऐसी...
कोई ऐसी जगह जहाँ चेहरे पर बनावटी नहीं असली मुस्कुरहाट आये, ऐसी...