...

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#माँ_तुझे_सलाम🙏🙋
#कुछ_शब्द_उस_हस्ती_के_बारे_में_जिसने_मुझे_लिखा_हैं।

हमारी ख़ुशियों की ख़ातिर,
वो दिन-रात लड़ती हैं।
हमारे लबों पे हँसी लाकर,
वो सारे ग़म खुद ही सह जाती हैं,
एक माँ ही होती हैं,
जो ऐसा कर पाती हैं।
हमें फूलों सा सहजकर,
वो रहती हैं खुद के हर दर्द से बेख़बर,
हमें अपने लहु से सींचकर,
वो कर देती हैं हम पर सब न्यौछावर,
सच हैं, एक माँ ही होती हैं,
जो ऐसा कर पाती हैं।
हमारी ख़्वाहिशों को पूरा करने,
जो सारी हदें पार कर जाती हैं,
हम सुकून से जीए,
इसलिए जो खुद पर जुल्म ढाती हैं,
यक़ीनन, एक माँ ही होती हैं,
जो ऐसा कर पाती हैं!

मातृ देवो भव!
🙏🙏🙏

#DJ✍️