तन्हाई का रंग चढ़ा
तन्हाई का रंग चढ़ा, मन वीरान हुआ,
खामोशियों ने आकर, हर अरमान छुआ।
चांदनी भी अब, सिसकियों में डूब गई,
सपनों की गलियों में, उदासी खूब...
खामोशियों ने आकर, हर अरमान छुआ।
चांदनी भी अब, सिसकियों में डूब गई,
सपनों की गलियों में, उदासी खूब...