ज्योत्सना....
अब और क्या कहूँ,
तुम्हारी सुन्दरता में,
तुम्हारी मुस्कान ही पर्याप्त है,
मेरी मुग्धता में।
तुम संपूर्ण वर्णित हो,
एक शब्द...
तुम्हारी सुन्दरता में,
तुम्हारी मुस्कान ही पर्याप्त है,
मेरी मुग्धता में।
तुम संपूर्ण वर्णित हो,
एक शब्द...