...

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बातें दिल की
RAAJ PREEET

मै तो दिलो को भरमाता हूं
तभी तो शायर सजाता हूँ
कौन है मेरा अपना यहाँ
किसके लिए यहाँ आता हूं
दुनिया की तो बात ही क्या
इस PREEET की औकात ही क्या
दर्द भरे लम्हात ही क्या
प्यार मे PREEET जात पात ही क्या
मिलों के फासलें पलों मे समेट ले आता हूं
किसी की नजर मे मै हूँ अच्छा
तो PREEET को बुरा कहता है
जुबां है सबकी अपनी अपनी
इश्क हर सदी मे अधुरा रहता है
कभी प्यार जिसमानी होता नही
सच्चे प्यार मे कोई रोता नही
जो रोता है उसको मोह कहते है
बस PREEET तो लिखते रहते है
दुरियां चाहे कितनी हो
कभी आया खुद खुशी का खयाल नही
हाल मै अपना ऐसा कर बैठा हूँ
अब इस पर PREEET कोई मलाल नही
बातें लम्बी लम्बी दिल मे आती रहती है
अकेलापन ही अच्छा जिन्दगी अब तो कहती है
जिन्दगी वो ही कहती है
जो उम्र भर यह सहती है
बातें प्यार की दिल मे PREEET
के हमेशा ही जिन्दा रहती है
बहती है इक धारा सी
आंखो मे पानी खारा सी
PREEET जग बेगाना अब तो लागे
दिल को यही समझाता हूँ
पहले सबको अपना समझता हूं
फिर बाद मे बहुत पछताता हूँ
PREEET शायरी चाहे कोई भी हो
हर इंसान पर शायर लिख पाता हूं
लड़का या लडकी सब ने जाना
जिसने समझा उसने माना
मै हूँ शायर बरसों से
नाम है आवारा पागल दीवाना
हमने तो है बस इतना जाना
नही इस धरा पर PREEET कोई ठिकाना
शमशान की भुमी पुकारे मुझको
नही चाहिए किसी के सहारे मुझको
PREEET मरना है आखिर मर ही जा ना
वापिस फिर लिखने मत आना
बातें कच्ची पक्की सी है
निगाहें सबकी शकी सी है
यादें दिल मे रखी सी है
काम न आई हाथो की लकीरें
मारी पलटी उलटी तकदीरें
हार चढी दीवार पर तस्वीरें
पांव मे है जिमेदारी की जंजीरे
PREEET बस कर बस बहुत हो गया
जिसको जाना था सो गया
मेरा बचपन बचपन मे खो गया
PREEET दिल से सबका फिर मोह गया
क्यो रोना है क्यो है धोना
तुम भी इतने दर्द सहो ना
जो होना है उसको है होना
कफन हो चादर अर्थी बिछौना
शब्दो को पिरोकर शायरी मे
एक एक अक्सर मे सादगी ले आता हूं
मै PREEET हिदुस्तानी
हर तरफ शायरी घुमाता हूँ
✍✍✍
© आवारा पागल दीवाना