कैसी है दुनिया!
कैसी है ये दुनिया और कैसे है यहाँ के लोग,
अपने ही तो अपनों के संग करते है प्रयोग।
निचे बैठे हुए लोग अब पांव बहुत खींचते है,
कुछ लोगों का तो उन का है अध्यात्मयोग।
परलोक और मृत्युलोक में कुछ नहीं है भेद,
आदमी के...
अपने ही तो अपनों के संग करते है प्रयोग।
निचे बैठे हुए लोग अब पांव बहुत खींचते है,
कुछ लोगों का तो उन का है अध्यात्मयोग।
परलोक और मृत्युलोक में कुछ नहीं है भेद,
आदमी के...