मातृशक्ति नमो नमः
मैं क्या लिख पाऊँगा उस माँ के लिए,
जो संतान की ज़िंदगी लिख जाती है..
वो साथ रहे या हमसे दूर हो जाए,
पर सबके वजूद में दिख जाती है..
हमारी खुशी में ही उसकी खुशी है,
ये शायद हम कभी समझ न पाएं,
मुश्किलें जो आती परिवार पर कभी,
वो कोमल हृदय वाली तब दीवार सी टिक जाती है..
मैं...