मैं
मेरी खूबसूरती का कोई जवाब नहीं,
कोई पढ़ सके ऐसी मैं किताब नहीं।
मुसीबत क्या होती है, मैं क्या ही बताऊं?
जो यूं ही खत्म हो जाए, ऐसी मैं राग नहीं।
मुझे समझा जा सके, यह थोड़ा है...
कोई पढ़ सके ऐसी मैं किताब नहीं।
मुसीबत क्या होती है, मैं क्या ही बताऊं?
जो यूं ही खत्म हो जाए, ऐसी मैं राग नहीं।
मुझे समझा जा सके, यह थोड़ा है...