गुलाबी ठंड
पौष मास सर्दी ला और कोहरा घना
धूप भी ना आ सके जरा इसे चीर कर
असहाय सूरज भी रह गया खींझ...
धूप भी ना आ सके जरा इसे चीर कर
असहाय सूरज भी रह गया खींझ...