...

21 views

तेरी मीरा बनु
धरा के उस छोर पर तुम हो प्रिय और इस छोर पे मैं मंद मुस्का रही|

गगन की तारिकाओं को गीन जो लिए, मेरे प्रेम को उस दिन समझ पाओगे|

धरा के उस छोर पे.....

ऑऺंखों ने तुम को ना देखा मगर मन की आंगन तुम्ही को हैं अर्पण किये|

धरा के उस छोर पे.....

साथ चलने...