अत्याचारी का शासन
विविधता की भूमि पर, मोदी का पाखंड राज करता है,
जहाँ,अंधविश्वास सत्य को ढकता हैं, जबकि तर्कशीलता कम होती जा रही है।
निरंकुशता की छाया डर पैदा करती है,
जबकि झूठ और छल वातावरण को दागदार करते हैं।
दंगे भड़कते हैं, उनकी स्वार्थी...
जहाँ,अंधविश्वास सत्य को ढकता हैं, जबकि तर्कशीलता कम होती जा रही है।
निरंकुशता की छाया डर पैदा करती है,
जबकि झूठ और छल वातावरण को दागदार करते हैं।
दंगे भड़कते हैं, उनकी स्वार्थी...