सपनों क़े आशियानो में.....
शिकवा ना करो मेरी जा
एतबार ना हों जाए,
लम्हों से पहले,
इकरार ना हों जाए,
यादों में अक्सर,
सताती हों,
होश में मदहोश,
किए जाती हों,
सफर का नया
पैगाम हैं जो,
दिल क़े लिफाफे से
निकला इश्क हैं जो,
तड़प क़े दिल में
बार बार जाकता हैं जो,
मेंरा पहला प्यार हैं वो,
फ़िर
इल्जाम लगायाँ हैं क्यूँ
दिल क़े जज्बातों ने,
अधूरा ना रह जाए,
ख्वाब सारे,
सपनों क़े आशियानो में.....
© pb
#pb82 #Writcopoem #writcoapp #writco #poem
@pbb2562
एतबार ना हों जाए,
लम्हों से पहले,
इकरार ना हों जाए,
यादों में अक्सर,
सताती हों,
होश में मदहोश,
किए जाती हों,
सफर का नया
पैगाम हैं जो,
दिल क़े लिफाफे से
निकला इश्क हैं जो,
तड़प क़े दिल में
बार बार जाकता हैं जो,
मेंरा पहला प्यार हैं वो,
फ़िर
इल्जाम लगायाँ हैं क्यूँ
दिल क़े जज्बातों ने,
अधूरा ना रह जाए,
ख्वाब सारे,
सपनों क़े आशियानो में.....
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