फरमाइए कुछ
फरमाइए कुछ
बैठे थे नदी के किनारें वो और हम,वो पलट कर चल दिए जब पूछा हमने फरमाइए कुछ, देखा उन्होंने ऐसे हमे जैसे केह रहे हो...
बैठे थे नदी के किनारें वो और हम,वो पलट कर चल दिए जब पूछा हमने फरमाइए कुछ, देखा उन्होंने ऐसे हमे जैसे केह रहे हो...