...

12 views

लॉर्ड राम
लॉर्ड राम
अयोध्या की कलम से
......
धन्य हुई ये भूमि
बन गई जब जन्मभूमि
चौदह वर्ष के बाद
फ़िर अयोध्या झूमी |
......
जनकपुर की कलम से
......
जनक का था जाप
कौन उठाएगा चाप
नहीं आने दी ताप
दिखा दिया प्रताप
पढ़ गई सभी पे छाप |
......
प्रयाग की कलम से
......
चौदह वर्ष का वनवास
ऋषि से लिया विश्वास
श्री राम ने भी ली दुआ
बस यही दिल को छुआ |
......
चित्रकूट की कलम से
......
श्री राम लक्ष्मण सीता
साधुओं का दिल जीता
सती अनुसूइया के आश्रम में
माँ सीता का समय बीता |
......
पंचवटी की कलम से
......
रावण की बहन सूर्पनखा
लक्ष्मण के क्रोध को चखा
एक युद्ध को जन्म दिया
कटवा के अपनी नका |
......
लेपाक्षी की कलम से
......
माँ सीता के लिए युद्ध लड़ा
रावण के सामने खड़ा
पंख कटा के अपने
लेपाक्षी की भूमि पे गिर पढ़ा |
......
किष्किन्धा की कलम से
......
मित्र बने किष्किन्धा नरेश
था वानरों का भेष
माँ सीता की खोज में
बदल गया परिवेश |
......
रामेश्वरम की कलम से
......
पत्थर पत्थर जोड़कर
समुद्र में बनाया पुल
रावण से युद्ध को अब
वानर सेना थी कुल |
......
अशोक वाटिका की कलम से
......
रखा था रावण ने माँ सीता को जहाँ
हनुमान जी ने नष्ट कर दिया सब वहाँ
क्रोध में रावण ने पूंछ में लगा दी आग
लंका को जलाकर फिर वहाँ से लिए भाग |
......
श्री लंका की कलम से
......
युद्ध लड़ा जहाँ रावण से
अपनी भार्या के लिए
अनुज वियोग का फल चखा
मेघनाद बध के लिए
सत्य को विजय दिलाई
असत्य के पराजय के लिए
और कहलाये मर्यादा पुरुषोत्तम
हम सभी मानव के लिए |
......
जय श्री राम |
© Abhishek mishra