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कान में कहना
🙏कविता - कान में कहना

हर कोई कहना चाहता है,
अपने मन की बात।
और हर कोई चाहता है,
छिपाना राज की बात।।
मगर जब कोई कहता है,
कान में फुसफुसाते हुए,
दूसरों के मन में जानने की,
जिज्ञासा वह जगाता है।
यों कान में कहते देख किसी को,
देखने वालों को भरमाता है।
जब तक जान न लेते राज,
चैन उनको कहाँ आता है?
सच बता दो तो भी,
यकीन कहाँ आता है?
उनके मन में बादल,स
संशय का मंडराता है।
सौगंध पर सौगंध खाकर,
यकीन दिलाना होता है।
मगर नई नहीं है रीत,
यह कान में कहने की बात।
मगर अब तक नहीं है ज्ञात,
किसने की थी इसकी शुरुआत?
न जाने इसने कितनों का घर ढहाया है,
इसने कितनों को भरमाया है?
चुपके से कहने वालों को ही नहीं,
इसने सुनने वालों को भी डराया है।।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
© Suraj Sharma'Master ji' #कानाफूसी #संशय #जिज्ञासा #सूरजशर्मामास्टरजी