कान में कहना
🙏कविता - कान में कहना
हर कोई कहना चाहता है,
अपने मन की बात।
और हर कोई चाहता है,
छिपाना राज की बात।।
मगर जब कोई कहता है,
कान में फुसफुसाते हुए,
दूसरों के मन में जानने की,
जिज्ञासा वह जगाता है।
यों कान में कहते देख किसी को,
देखने वालों को भरमाता है।
जब तक जान न लेते राज,
चैन उनको...
हर कोई कहना चाहता है,
अपने मन की बात।
और हर कोई चाहता है,
छिपाना राज की बात।।
मगर जब कोई कहता है,
कान में फुसफुसाते हुए,
दूसरों के मन में जानने की,
जिज्ञासा वह जगाता है।
यों कान में कहते देख किसी को,
देखने वालों को भरमाता है।
जब तक जान न लेते राज,
चैन उनको...