5 views
रिश्तों में सियासत
ये सियासत ये रंजिशें राजनीति में ही रहने दो
यूँ रिश्तो की कस्ती को बीच मझदार में नहीं डूबने दो
सिलबट्टे पर पिसे ऐसे बाते मत बोलो
वो साफ दिल का है तो उस दिलो जहर मत घोलो
मुनासिफ नहीं तेरा यूँ रुक जाना आओ मिल कर साथ चले
हमने तो मान ली है जिंदगी तुम्हें अब तुम्हारे बिना कैसे जिए
शब्दो को मोती बना कर यूँ हम पिरोये
कब तक तेरे इंतजार में हम सुध बुध खोए
© रौशन rosi...✍️🍁
यूँ रिश्तो की कस्ती को बीच मझदार में नहीं डूबने दो
सिलबट्टे पर पिसे ऐसे बाते मत बोलो
वो साफ दिल का है तो उस दिलो जहर मत घोलो
मुनासिफ नहीं तेरा यूँ रुक जाना आओ मिल कर साथ चले
हमने तो मान ली है जिंदगी तुम्हें अब तुम्हारे बिना कैसे जिए
शब्दो को मोती बना कर यूँ हम पिरोये
कब तक तेरे इंतजार में हम सुध बुध खोए
© रौशन rosi...✍️🍁
Related Stories
15 Likes
4
Comments
15 Likes
4
Comments