Happy Republic Day
खुले आसमान में तिरंगा गर्व से लेहराये
उसके खातिर कई नौजवान
फक्र से जान निछावर कर देते हैं
अपने घर का नहीं पहले देश की सोचते हैं
हर दिन उनकी वीरता के किस्सों पे
एक- एक नागरिक का सर शान से उठता है
चिराग कई घरों के साल दर साल बुझते हैं
इसके बावजूद राष्ट्र गान की गूँज को सुनकर
हर किसी को ये बलिदान खुशी- खुशी स्वीकार है.
© Frosty Sunshine
उसके खातिर कई नौजवान
फक्र से जान निछावर कर देते हैं
अपने घर का नहीं पहले देश की सोचते हैं
हर दिन उनकी वीरता के किस्सों पे
एक- एक नागरिक का सर शान से उठता है
चिराग कई घरों के साल दर साल बुझते हैं
इसके बावजूद राष्ट्र गान की गूँज को सुनकर
हर किसी को ये बलिदान खुशी- खुशी स्वीकार है.
© Frosty Sunshine