...

1 views

###मेरे कलम ##✍️✍️
" मेरे कलम,
तू क्यों करता है,
मेरे लिए खुद का समर्पण
कि मैं हो जाती हूं तेरे सामने अर्पण,
तू खुद का वजूद मिटाकर,
तू मेरे ही विचारों को मेरे सामने लाता है,
और मुझे खुद से ही खुद मिलवाकर,
खुद को ही भूल जाता है,
तेरा ये देख अर्पण,
मैं हो गई तेरे सामने समर्पण,
तेरे इसी अर्पण को देख,
मैंने तुझी से सीखा समर्पण,
मेरे कलम तू क्यों करता है,
मेरे लिए खुद का अर्पण "!!!!✍️✍️🧚