जो होता है अच्छे के लिये होता है
बड़ी चाहत थी कि मैं भी इश्क कर लूं,
चांद- तारे तोड़ लाने की बाते कर लूं।
तेरी हर मुश्किलों में साथ निभाता रहूं,
जन्मों-जनम तक मैं तेरा ही रहूं।
फिर वो सुहानी सी मौसम की घड़ी आयी,
दिल में एक आशा की किरण लायी।
सोचा चलो इज़हार कर दूं आज,
दिनों बाद आयी थी हिम्मत आज।
मैंने कहा, ना जी सकूंगा तुम बिन,
तड़प रहा मैं जैसे मछली पानी...
चांद- तारे तोड़ लाने की बाते कर लूं।
तेरी हर मुश्किलों में साथ निभाता रहूं,
जन्मों-जनम तक मैं तेरा ही रहूं।
फिर वो सुहानी सी मौसम की घड़ी आयी,
दिल में एक आशा की किरण लायी।
सोचा चलो इज़हार कर दूं आज,
दिनों बाद आयी थी हिम्मत आज।
मैंने कहा, ना जी सकूंगा तुम बिन,
तड़प रहा मैं जैसे मछली पानी...