आंखे बोल पड़ी
आंखे बोल पड़ी और लब खामोश हो गए
मुझे इश्क है हाँ इश्क है ये राज खोल पड़ी
जुबान खामोश रहती है निगाहों ही निगाहों में बात होती है
जो राज गहरे छिपे थे उसके दिल में
मेरी नजर मिलते ही अश्क बनकर निकल पड़े
दिल का...
मुझे इश्क है हाँ इश्क है ये राज खोल पड़ी
जुबान खामोश रहती है निगाहों ही निगाहों में बात होती है
जो राज गहरे छिपे थे उसके दिल में
मेरी नजर मिलते ही अश्क बनकर निकल पड़े
दिल का...